कुलपति का संदेश

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Shri Jayant Sinha

Hon’ble Minister of State for Civil Aviation

नागर विमानन क्षेत्र भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। वर्ष 2016 में विमान यात्रियों की संख्या के संदर्भ में भारत विश्‍व का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाज़ार बन गया था। वर्ष 2017 में भारत की आर.पी.के. वृद्धि बढ़कर 16.0% हो गई जो इसकी दो अंकों में वृद्धि का 36 वां महीना था। सरकार ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की शुरुआत की है। (यू.डी.ए.एन.) उड़ान - उड़े देश का आम आदमी योजना का लक्ष्‍य देश भर के टियर-II और टियर-III शहरों में वायु परिवहन में वृद्धि करने के साथ उसे सुलभ बनाना है।

वित्त वर्ष 2017 में भारत का कुल यात्री यातायात बढ़कर 159 मिलियन हो गया, जो वित्त वर्ष 2014 में 104 मिलियन था। आई.ए.टी.ए. ने हाल ही में अनुमान लगाया है कि भारत वर्ष 2026 में 278 मिलियन यात्रियों के साथ ब्रिटेन के स्थान पर तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाज़ार बन जाएगा। सरकार नागरिक विमानन क्षेत्र को एक उज्ज्वल, रोमांचक और प्रगतिशील भविष्य की दिशा में ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

राजीव गांधी राष्‍ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय की स्थापना एक मजबूत नींव बनाने की दिशा में एक सही कदम है, जिसके आधार पर विमानन क्षेत्र में भारत के कौशल को बाकी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले स्नातक और परास्नातक छात्र-छात्राओं का उद्देश्य भारतीय नागर विमानन क्षेत्र में सुधार लाना और इसे बुलंदियों तक पहुंचाना है।

मेरा कुलपति और वरिष्ठ प्रबंधन के नेतृत्व में राजीव गांधी राष्‍ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय की टीम पर असीम विश्वास है। मेरा यह भी मानना है कि विश्‍वविद्यालय अंतर्राष्‍ट्रीय गुणवत्ता और मानकों को पूरा करने के लिए भारत की युवा और आगामी पीढ़ी को कुशल बनाने के बड़े कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण कर सकेगा तथा नागर विमानन क्षेत्र में विश्व स्तर पर हो रहे अभूतपूर्व बदलावों के साथ तालमेल कायम रखने में समर्थ होगा।